भारतीए शास्त्रों में पूरे विश्व को एक परिवार कहा गया है। लेकिन कहा जाता हैं जब मानव जाति पर किसी प्रकार का संकट होता है तो पूरा विश्व ही अपना परिवार है लेकिन देश प्रेम हर एक व्यक्ति के अंदर होना चाहिए लेकिन, आधुनिक परिदृश्य में देखा गया है कि देश प्रेम का कहीं स्थान […]
वसुधैव कुटुंबकम